लेखनी कहानी -17-Oct-2022... हनुमान जन्मोत्सव
जन्मदिन,जयंती या जन्मोत्सव.....!
शास्त्रों के अनुसार त्रेता युग में चैत्र मास में शुक्लपक्ष की पुर्णिमा पर श्रीराम के परमभक्त हनुमान जी का जन्म हुआ हैं..। हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हुआ था इसलिए मंगलवार के दिन उनके मंदिरों में भक्तों की खासी भीड़ रहतीं हैं...।
आजकल हनुमान जी के जन्म दिवस को जयंती ना कहकर जन्मोत्सव कहने का खासा प्रचलन हो रहा हैं... इस पर सभी लोगों का अपना अपना मत हैं...।
आखिर फर्क क्या हैं जयंती, जन्मदिन या जन्मोत्सव में....। कई लोग इस बारे में आज भी अंजान हैं....।
आज इसी मुद्दे पर कुछ बता रहीं हूँ...।
ज्योतिषाचार्यो की माने तो इन तीनों शब्दों के अर्थ अलग अलग हैं...।
जन्मदिन :- साधारण मनुष्य के जन्म तिथि को जन्मदिन कहकर मनाया जाता हैं.... जैसे हमारे रिश्तेदार या घरवाले या हम स्वयं....।
जयंती :- ऐसे महापुरुष जिन्होंने अपनी जिंदगी में कुछ खास किया हो... जिन्होंने अपने काम से कुछ अर्जित किया हो और फिर परमधाम को प्रस्थान किया हो....उनके जन्मदिवस को जयंती के रुप में संबोधित किया जाता हैं.... जैसे अंबेडकर जयंती, महावीर जयंती.....आदि......।
जन्मोत्सव:- वहीं जब कोई देवी देवता पृथ्वी पर अवतार लेते हैं और फिर वापस अपने लोक प्रस्थान करते हैं तो उनकी जन्म तिथि को अलग अलग नामों से जाना जाता हैं जैसे श्रीकृष्ण के जन्म को जन्माष्टमी, श्री राम के जन्म को रामनवमी.....।
लेकिन बात अगर हनुमान जी की करें तो उनकों अजर अमर रहने का वरदान प्राप्त हैं..। इसलिए उनके जन्म को जयंती ना कहकर जन्मोत्सव कहना ज्यादा उचित हैं क्योंकि वो आज कलयुग मे भी गंधमादन पर्वत पर मौजूद हैं...। तुलसीदास जी ने भी कलयुग मे हनुमान जी की मौजूदगी का उल्लेख किया हैं.... ।
जयंती उनके लिए कहा जाता हैं जो परमधाम को प्रस्थान कर चुके हो.... जो पृथ्वी लोक से अपने लोक जा चुके हो..... हनुमान जी के संदर्भ में यह कहना उचित नहीं हैं... उनकी मौजुदगी के प्रमाण आज भी कई ग्रंथों में हैं...।
इसलिए मेरी आप सभी से विनती हैं की हनुमान जयंती नहीं अपितु हनुमान जन्मोत्सव ही संबोधित करें...।
जय श्री राम....
श्री हनुमंते नम:
Alka jain
13-Nov-2022 10:37 AM
Nice
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Abeer
27-Oct-2022 02:54 PM
Very nice
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Pratikhya Priyadarshini
27-Oct-2022 01:20 AM
Bahut khoob 💐👍
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